सन्धि विच्छेद कीजिए
परंतु = परम् + तु (म् की संधि 1)
स्वच्छंद= स्वत् + शंद (त् संधि नियम -9)
दंतौष्ठ = दंत + औष्ठ (वृद्धि )
परीक्षा = पर + ईक्षा (दीर्घ)
उल्लास = उत्+ लास
आकृष्ट = आ + कृष्न
संहार = सम्+ हार
ऋण = ऋ + अन
भूर्ध्व = भू + ऊर्ध्व (दीर्घ स्वर सन्धि)
मतैक्य = मत + ऐक्य (वृद्धि स्वर संधि)
मनोनुकूल = मनः + अनुकूल (विसर्ग-संधि)
मनोबल = मनः + बल (विसर्ग-संधि)
महर्षि = महा + ऋषि (गुण स्वर सन्धि)
महींद्र = मही + इंद्र (दीर्घ स्वर सन्धि)
महीश = मही + ईश (दीर्घ स्वर सन्धि)
महेंद्र = महा + इंद्र (गुण स्वर सन्धि)
महेश = महा + ईश (गुण स्वर सन्धि)
महैश्वर्य = महा + ऐश्वर्य (वृद्धि स्वर संधि)
महोत्सव = महा + उत्सव (गुण स्वर सन्धि)
महोर्मि = महा + ऊर्मि (गुण स्वर सन्धि)
महौषध = महा + औषध (वृद्धि स्वर संधि)
महौषधि = महा + औषध (वृद्धि स्वर संधि)
मुनींद्र = मुनि + इंद्र (दीर्घ स्वर सन्धि)
मुनीश = मुनि + ईश (दीर्घ स्वर सन्धि)
य, र, ल, व
यद्यपि = यदि + अपि (यण स्वर संधि)
रवींद्र = रवि + इंद्र (दीर्घ स्वर सन्धि)
लघूर्मि = लघु + ऊर्मि (दीर्घ स्वर सन्धि)
वधूत्सव = वधू + उत्सव (दीर्घ स्वर सन्धि)
वधूर्जा = वधू + ऊर्जा (दीर्घ स्वर सन्धि)
वधूल्लेख = वधू + उल्लेख (दीर्घ स्वर सन्धि)
वनौषधि = वन + ओषधि (वृद्धि स्वर संधि)
वागीश = वाक + ईश (व्यंजन संधि)
वाड़्मय = वाक + मय (व्यंजन संधि)
विद्यार्थी = विद्या + अर्थी (दीर्घ स्वर सन्धि)
विद्यालय = विद्या + आलय (दीर्घ स्वर सन्धि)
विधूदय = विधु + उदय (दीर्घ स्वर सन्धि)
विषम = वि + सम (व्यंजन संधि)
श, ष, स, ह
षडानन = षट् + आनन (व्यंजन संधि)
षण्मास = षट् + मास (व्यंजन संधि)
संकल्प = सम् + कल्प (व्यंजन संधि)
संचय = सम् + चय (व्यंजन संधि)
संतोष = सम् + तोष (व्यंजन संधि)
संधिच्छेद = संधि + छेद (व्यंजन संधि)
संपूर्ण = सम् + पूर्ण (व्यंजन संधि)
संबंध = सम् + बंध (व्यंजन संधि)
संयोग = सम् + योग (व्यंजन संधि)
संरक्षण = सम् + रक्षण (व्यंजन संधि)
संलग्न = सम् + लग्न (व्यंजन संधि)
संवाद = सम् + वाद (व्यंजन संधि)
संविधान = सम् + विधान (व्यंजन संधि)
संशय = सम् + शय (व्यंजन संधि)
संसार = सम् + सार (व्यंजन संधि)
सच्छास्त्र = सत् + शास्त्र (व्यंजन संधि)
सज्जन = सत् + जन (व्यंजन संधि)
सदैव = सदा + एव (वृद्धि स्वर संधि)
सद्धर्म = सत् + धर्म (व्यंजन संधि)
सद्भावना = सत् + भावना (व्यंजन संधि)
सम्मति = सम् + मति (व्यंजन संधि)
सम्मान = सम् + मान (व्यंजन संधि)
सिंधूर्मि = सिधु + ऊर्मि (दीर्घ स्वर सन्धि)
स्वच्छंद = स्व + छंद (व्यंजन संधि)
स्वागत = सु + आगत (यण स्वर संधि)
हिमालय = हिम + आलय (दीर्घ स्वर सन्धि)
क्ष, त्र, ज्ञ
ज्ञानोपदेश = ज्ञान + उपदेश (गुण स्वर सन्धि)
सिन्धु + ऊर्मि (दीर्घ संधि)
षट् + मास (व्यंजन संधि)
वधू + उल्लेख (दीर्घ संधि)
विधु + उदय (दीर्घ संधि)
मत + ऐक्य (वृद्धि संधि)
संधि-विच्छेद करें~
१. राजपुरूष = राजन् + पुरुष
२. युवराज = युवन् + राज
३. महामना = महान् + मना
संधि-पद बनाएँ~
१. राजन्+भृत्य = राजभृत्य
२. युवन्+अवस्था = युवावस्था
३. भुवन्+लोक = भुवलोक
जय जय
रवी का सन्धि विच्छेद क्या होगा
ReplyDeleteR +vi
Deleteswasthy ka sandhiviched kya hoga
ReplyDeleteस्वास्थ्य का संधि विच्छेद क्या होगा
ReplyDeleteSir युवावस्था का सन्धि युवा+अवस्था qu नहीं होता ह ये युवन्+अवस्था किस नियम से होता है
ReplyDeleteयुवन् उपसर्ग है, युवा नहीं
DeleteBhavna ka sandhi
ReplyDeleteयुवावस्था में कौन सी संधि आती हैं
ReplyDeleteव्यंजन और दीर्घ संधि
Deleteसिर्फ व्यंजन
DeleteSwsth sbd me konsi sndhi hoti h
ReplyDeleteयुवावस्था का संधि विच्छेद क्या है
ReplyDeleteयुवन+ अवस्था
ReplyDeleteबालकमपी का सन्धि विच्छेद
ReplyDeleteस्वस्थ की संन्धि क्या है
ReplyDelete