फूलों की रंगत, पौधौ की संगत, होली के मिलन में, दिलदारों की पंगत। प्रेम पथ विस्तार, मिलन के आसार, देखे हैं कलियाँ, फूलों का प्रसार । नीला आसमान, सूरज उदयमान, इन्द्रधनुषी रंग, हरियाली एक समान । हवाओं की बहार, प्रकृति में सम्पदा अपार, मुबारक आप सब को, रंगो का त्योहार । आप सभी बन्धुओं एवं बहनों को होली का त्योहार स्वास्थ्यपूर्ण एवं अतिशुभ हो। डाॅ राहुल शुक्ल होम्योपैथिक चिकित्सक 302/4 शिवकुटी ,तेलियरगंज,इलाहाबाद ,
जितना भी चाहता हूं, सब मिल ही जाता है, अब दुख किस बात का ॽ